भारतमाता आनंदाने डोलत आहे

भारतमाता आनंदाने डोलत आहे

भारतमाता आनंदाने डोलत आहे

आनंदाने नाचत आहे,भारतमाता
अखेर तिचे लाडके तुरूंगातून जे सुटले आहेत
तिच्या वीर सुपुत्रांचे स्वागत होत आहे
फुलांचे हार घातले जात आहेत,त्यांना
त्यांचे तोंड गोड केले जात आहे
त्यांच्या स्वागताप्रित्यर्थ गालीचा अंथरला गेलाय
हे भारतमातेचे ऐरे गैरे पोरं नाहीयत
त्यांनी चौदा मुसलमानांना भारतमातेपुढे बळी दिले होते
ज्यात एक म्हातारी आई
तीन वर्षांची निरागस चिमुरडी
काही तरुण लेकीही होत्या
भारतमातेच्या या वीर सुपुत्रांनी गर्भवती बिल्किस बानो वर सामुहिक बलात्कार केला होता
तरिही तिची ही पोरं बलात्कारी नव्हेत,मारेकरी नव्हेत,
रणझुंजार आहेत
बॅन्डच्या दणदणाटात वीर सैनिकांप्रमाणे यांचे स्वागत करणे हे भारतमातेच्या प्रत्येक मुला मुलीचे 
पुण्य कर्तव्य होय
भारतमाता आनंदाने डोलत आहे
आपल्या बलात्कारी- मारेकरी मुलांना
आशिर्वाद देत आहे
भारतमाता फक्त हिंदू मुलं मुली जन्माला घालते
बिल्किस बानो हिंदू नव्हती
ना तिची तीन वर्षाची पोर हिंदू होती
ना गर्भात वाढणारे तिचे मूल 
तशी तर हाथरसची लेकसुद्धा हिंदू नव्हती
इंद्र मेघवालदेखील हिंदू नव्हता.

मराठी अनुवाद
भरत यादव
Bharat Yadav 

मूळ हिंदी कविता

भारत मां खुशी से झूम रही हैं

      खुशी से नाच रही हैं, भारत माता
      आखिर उनके लाडले जेल से
      जो छुटे हैं
      उनके वीर सपूतों का स्वागत हो रहा है
      फूलों की माला पहनाई जा रही है, उन्हें
      उनका मुंह मीठा कराया जा रहा है
      उनके स्वागत में कालीन बिछाया गया है
      ये भारत माता के ऐरे-गेरे बेटे थोड़े हैं
      इन्होंने चौदह मुसलमानों को
      भारत मां की बलिवेदी पर चढ़ाया था
      जिसमें एक बूढ़ी मां
      तीन साल की मासूम बच्ची
      कुछ जवान बेटियां शामिल थीं
      भारत मां के इन वीर सपूतों ने      
      गर्भवती बिकलिस बानों से सामूहिक  
      बलात्कार किया था
      फिर भी उनके ये बेटे बलात्कारी नहीं, हत्यारे नहीं
      रणबांकुरे हैं
      बैंड़ बजाकर वीर सिपाही की तरह 
      इनका स्वागत करना
      भारत मां के हर बेटे-बेटी का पुनीत कर्तव्य है
      भारत मां खुशी से झूम रही हैं
      अपने बलात्कारी-हत्यारे बेटों को 
      आशीष दे रही हैं
      भारत मां सिर्फ हिंदू बेटी-बेटा पैदा करती हैं
      बिकलिस बानों हिंदू नहीं थी
      न उनकी तीन साल की बेटी हिंदू थी
      न गर्भ में पल रहा बच्चा
      वैसे हाथरस की बेटी भी हिंदू न थी
      इंद्र मेघवाल भी हिंदू न था
      
    ©सिद्धार्थ रामु
       Siddharth Ramu 
      
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